वेलफेयर स्टेट के नाम जनता के साथ जितना धोखा हुआ है, शायद ही किसी नेता के चुनावी भाषण से उसे इतना धोखा मिला हो। राज्य का जो कार्य है, राज्य वह कभी करता ही नहीं है। जो काम उसका नहीं है, वह हमेशा वही करेगा। मैं हमेशा से राज्य मशीनरी का सर्मथन नहीं करता हूं। मेरी राजनीतिक विचाराधारा राज्य का समर्थन नहीं करती लेकिन अगर एक संस्था के तौर पर देखें, तो राज्य क्यों बना? राज्य का क्या काम है? इन सवालों पर...
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